पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने के लिए आहूत भारत बंद को कांग्रेस ने कामयाब बताया है। कांग्रेस ने कहा है कि इस बंद में शामिल लोगों ने सरकार को एक कड़ा संदेश दिया है। अब मोदी सरकार को चेत जाना चाहिए और पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने चाहिए।
बंद के बाद एक प्रेस कांफ्रेस में कांग्रेस नेता अशोक गहलोत और रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि आज जो भारत बंद हुआ वो ऐतिहासिक रहा है। लोगों ने अपनी मर्जी से सरकार के खिलाफ भारत बंद में हिस्सा लिया और उन्हें सबक सिखाया। अब कम से कम सरकार को तेल की कीमतें कम करनी चाहिए लेकिन उन्हें कोई चिंता नहीं है। इसलिए हमें लोकतंत्र को बचाने की जरूरत है, यह खतरे में है।
हालात के चलते उठाए कदम
कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने इससे पहले कभी भी भारत बंद नहीं कराया था और हम इसमें यकीन भी नहीं रखते लेकिन मोदी सरकर के आने के बाद से ऐसे हालात बने हैं जिसके चलते ऐसा करना पड़ा। क्या कारण है कि राजस्थान सरकार को 4 प्रतिशत वैट कम करना पड़ा, जबकि गैस की कीमत में कोई कमी नहीं की गयी।
विश्वासघात कर रही है सरकार
प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 21 पार्टियों ने बंद का समर्थन किया तथा अब मोदी सरकार को चेत जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि11 लाख करोड़ की टैक्स लूट जो मोदी सरकार कर रही है वो क्या अंतर्राष्ट्रीय कारणों से है और उनके नियंत्रण में नहीं है? 29 देशों को मोदी जी 37 रुपये प्रति लीटर में डीजल बेच रहे हैं और 34 रुपये में पेट्रोल बेच रहे हैं। ये विश्वासघात नहीं तो क्या है।
अर्थव्यवस्था का किया बंटाधार
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि 900 चूहे खाकर बिल्ली हज को चली। राजस्थान में पता चला कि सरकार कुछ ही दिन की बची है तो 4 प्रतिशत वैट कम कर दिया। छत्तीसगढ में पेट्रोल पर 26.90 प्रतिशत, गुजरात में 25.5 प्रतिशत, महाराष्ट्र में 39.12 प्रतिशत वैट है, जहां-जहां भाजपा की सरकार है वहां वैट आसमान छू रहा है क्या ये अंतर्राष्ट्रीय कारण है? रुपया लुढ़कर आज 72.67 पैसे को पार कर गया है। मोदी जी आपने अर्थव्यवस्था का बंटाधार कर दिया। इसका कारण अंतर्राष्ट्रीय नहीं बल्कि ‘मोदीनॉमिक्स’ का फेल्योर है। हर पेट्रोल पंप पर मोदी जी की फोटो हर महीने बदली जाती है, उसका खर्चा हर महीने का 60 करोड़ रुपये का है।