प्रशान्त किशोर (पीके) से जुड़े करीबी सूत्रों ने बताया कि पीके ने आज सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। दोनों के बीच लंबी बातचीत हुई। माना जा रहा है कि इस दौरान महागठबंधन बनाने पर बातचीत हुई। पीके की इस मुलाकात से प्रदेश में सपा, उसके साथ गठबंधन के इच्छुक दलों जदयू, रालोद, राजद तथा कांग्रेस का महागठबंधन बनाए जाने की अटकलें और तेज हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की चुनावी नैया पार लगाने की जिम्मेदारी संभाल रहे पीके ने चार नवंबर को नई दिल्ली में सपा प्रमुख से भेंट की थी। हालांकि सपा अभी इस मुद्दे पर अपने पत्ते नहीं खोल रही है। पार्टी के प्रांतीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आज पार्टी राज्य मुख्यालय पर एक बैठक के बाद महागठबंधन के बारे में पूछे जाने पर कहा कि जब गठजोड़ हो जाएगा, तभी इस बारे में कोई बात की जाएगी। बहरहाल पीके की तरफ से बार-बार की जा रही इस पहल के पीछे क्या रणनीति हो इस बारे में अभी सिर्फ कयास ही लगाए जा रहे हैं। अभी भी यह स्पष्ट नहीं है कि पीके किसकी तरफ से ये प्रयास कर रहे हैं।
हालांकि गठबंधन को लेकर तस्वीर साफ होने तक कुछ भी नहीं कहा जा सकता। लेकिन खबरों के मुताबिक साप और कांग्रेस दोनों में ही शीर्ष स्तर पर गठबंधन को लेकर एक राय नहीं है। सपा के युवा नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री इस तरह की किसी भी कवायद के खिलाफ बताए जा रहे हैं। खबरों के मुताबिक इससे पहले तीन दिन से लखनऊ में डेरा डाले प्रशांत किशोर से अखिलेश ने मिलने से इनकार कर दिया था। हालांकि राहुल गांधी ने किसान यात्रा के दौरान अखिलेश की तारीफ की थी जिसके बाद अखिलेश ने भी राहुल की प्रशंसा करते हुए कहा था कि दो अच्छे लोग मिल जाएं तो इसमें बुरा क्या है। इसके बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि एसपी और कांग्रेस साथ आ सकते हैं। कांग्रेस में भी गठबंधन को लेकर विरोध हो रहा है। प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार शीला दीक्षित और कैंपेन कमेटी के चेयरमैन संजय सिंह किसी गठबंधन को एक सिरे से नकार रहे हैं।