प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर नर्मदा नदी पर बना देश का सबसे ऊंचा सरदार सरोवर बांध का लोकार्पण किया। बांध के उद्घाटन के बाद दभोई में एक जनसभा को पीएम मोदी ने संबोधित किया। इस दौरान अपने भाषण में उन्होंने सरदार पटेल, महात्मा गांधी, बाबा साहब अंबेडकर का तो नाम लिया लेकिन लेकिन सरदार सरोवर की नींव रखने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का कोई जिक्र नहीं किया।
गौरतलब है कि साल 1961 में नेहरु ने सरदार सरोवर बांध का शिलान्यास किया था।
पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ''मैं 125 करोड़ लोगों को सपनों को पूरा करने के लिए जिऊंगा'। उन्होंने कहा, “एक गांधी साबरमती के आश्रम में साधने करते-करते देशवासियों को आजादी के लिए जोड़ सकते हैं तो मां नर्मदा के आशीर्वाद से और महापुरुषों के आशीर्वाद से भारतवासी एक नए भारत का निर्माण करने में कोई कमी नहीं रखेंगे, यह मेरा विश्वास है।”
सरदार वल्लभ भाई पटेल को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 71 साल पर जब देश आजाद नहीं था, तब सरदार पटेल ने सरदार सरोवर बांध का सपना देखा था, यह उनकी दूरदृष्टि की पहचान है।
यह 60-70 के दशक में ही बन गया होता
पीएम ने कहा कि अगर सरदार पटेल और बाबा साहब अंबेडकर जीवत रहे होते तो 60-70 के दशक में ही इस बांध से पश्चिम के राज्यों को इस बांध का लाभ मिला होता। उन्होंने कहा कि देश में जलक्रांति लाने का श्रेय बाबा साहब को जाता है।