प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को ममता के गढ़ में पहुंचे हैं। इस दौरान वे मेदिनीपुर शहर में किसान कल्याण रैली को संबोधित कर रहे हैं। अपने संबोधन के शुरुआत में ही पीएम मोदी ने राज्य की मुख्यमंत्री और भाजपा की राजनीतिक विरोधी ममता बनर्जी को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि ममता दीदी ने उनके स्वागत में पोस्टर लगाए। इसलिए उनका शुक्रिया।
उन्होंने व्यंगात्मक लहजे में कहा, “किसानों के लिए हमने इतना बड़ा फैसला किया कि आज टीएमसी को भी हमारा स्वागत करने के लिए झंडे लगाने पड़े हैं।”
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी की रैली को देखते हुए भाजपा की तरफ से पश्चिम मिदनापुर में जोर-शोर से तैयारियां की गईं और जगह-जगह पर पीएम के बड़े पोस्टर लगाए गए। इसी इलाके में राज्य की सत्तारूढ़ टीएमसी ने ‘धर्मतला चलो’ के पोस्टर लगाए हैं। इसी के मद्देनजर पीएम ने ममता बनर्जी पर कटाक्ष किया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने कहा, “मैं ममता दीदी का आभारी हूं क्योंकि मैंने देखा कि आज मेरे स्वागत में उन्होंने इतने झंडे लगाए हैं। उनका आभारी इसलिए भी हूं कि स्वयं हाथ जोड़कर पीएम के स्वागत के लिए अपने होर्डिंग लगा लिए।”
पीएम मोदी ने ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि मां-माटी-मानुष की बात करने वालों का पिछले 8 साल में असली चेहरा, उनका सिंडिकेट सामने आ चुका है। सिंडिकेट की मर्जी के बिना पश्चिम बंगाल में कुछ भी करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि यहां पूजा करने में भी बेहद मुश्किल है। यहां संचालित सिंडिकेट सिर्फ वोटबैंक के लिए है और केवल सत्ता में रहने के लिए है।
लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी समाज तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, जब तक किसान उपेक्षित हों। कोई भी देश तब तक आगे नहीं बढ़ सकता, अगर गांव अविकसित हों। किसानों को एमएसपी सही मिले इसके लिए किसान मांग करते रहे, आन्दोलन करते रहे लेकिन दिल्ली में बैठी सरकार ने किसानों की एक न सुनी। किसानों को लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने का ऐतिहासिक फैसला हमारी सरकार ने लिया है।
कई राज्यों में लगातार जीत के बाद भाजपा पश्चिम बंगाल भी फतह करना चाह रही है। पीएम की इस रैली को इसी अभियान के तहत देखा जा रहा है। इससे पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह 29 जून को पुरुलिया जिले में आमसभा किए थे। शाह ने अपनी रैली में दावा किया था कि उनकी पार्टी बंगाल में 42 लोकसभा सीटों में से 22 से ज्यादा सीटों पर सफलता दर्ज करेगी।