ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के पाखंड को उजागर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद मारे गए आतंकवादियों को पाकिस्तान में राजकीय सम्मान दिया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि उनके ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडा लपेटा गया और पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों ने उन्हें सलामी दी। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर भी जोर दिया कि आतंकवादी गतिविधियां अब प्रॉक्सी वॉर नहीं हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "हम इसे प्रॉक्सी वॉर नहीं कह सकते, क्योंकि 6 मई के बाद मारे गए लोगों को पाकिस्तान में राजकीय सम्मान दिया गया। उनके ताबूतों पर पाकिस्तानी झंडे लपेटे गए और उनकी सेना ने उन्हें सलामी दी। इससे साबित होता है कि ये आतंकवादी गतिविधियां सिर्फ छद्म युद्ध नहीं हैं, यह उनकी ओर से सोची-समझी युद्ध रणनीति है। अगर वे युद्ध में शामिल हैं, तो जवाब भी उसी के अनुसार होगा।"
1947 में भारत के विभाजन के समय को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवादियों की मदद से कश्मीर के एक हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया था। उन्होंने कहा कि अगर उस दिन उन आतंकवादियों को मार दिया गया होता और सरदार पटेल की सलाह मान ली गई होती तो भारत में आतंकी गतिविधियों का सिलसिला बंद हो गया होता, जो पिछले 75 सालों से चल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, "1947 में भारत माता के टुकड़े कर दिए गए। जंजीरें कटनी चाहिए थीं, लेकिन भुजाएं काट दी गईं। देश तीन टुकड़ों में बंट गया और उसी रात कश्मीर की धरती पर पहला आतंकी हमला हुआ। पाकिस्तान ने मुजाहिद्दीन के नाम पर आतंकियों की मदद से भारत माता के एक हिस्से पर कब्जा कर लिया।"
उन्होंने कहा, "अगर उस दिन ये मुजाहिद्दीन मारे गए होते और सरदार पटेल की सलाह मान ली गई होती तो पिछले 75 सालों से चल रहा ये सिलसिला (आतंकवादी घटनाओं का) देखने को नहीं मिलता। शरीर कितना भी मजबूत हो, स्वस्थ हो, एक कांटा भी लगातार दर्द देता है - और हमने तय किया है कि कांटे को निकालना ही होगा।"
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की क्षमता को उजागर करते हुए कहा कि वह भारत को युद्ध में नहीं हरा सकता, इसलिए उसने छद्म युद्ध शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि आतंकवादी भारत पर लगातार हमले करते रहे और नागरिक हर हमले को बर्दाश्त करते रहे।
उन्होंने कहा, "जब पाकिस्तान के साथ युद्ध की आवश्यकता पड़ी, तो भारत की सैन्य शक्ति ने पाकिस्तान को तीनों बार पराजित किया। पाकिस्तान समझ गया कि वह युद्ध में भारत को नहीं हरा सकता। उसने भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर शुरू कर दिया। उन्हें जहां भी मौका मिला, वे हमला करते रहे और हम इसे बर्दाश्त करते रहे।"