कर्नाटक में मचे सियासी घमासान के बीच राहुल गांधी ने भारत की तुलना पाकिस्तान से कर दी है। गुरुवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जन स्वराज सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, "एक-एक करके, आरएसएस ने देश के स्वतंत्र संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। ऐसी चीजें पाकिस्तान में या तानाशाही में होती हैं।"
राहुल के इस बयान के बाद विरोधियों की ओर से उनकी खूब आलोचना की जा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि "तीसरे दर्जे के देश" के साथ यहां की स्थिति की तुलना करना अपमान है। उन्होंने कहा, "कर्नाटक हमारे हाथ में है, यही कारण है कि वे (कांग्रेस) डर गए हैं। उन्होंने अपना संतुलन खो दिया है।"
उन्होंने कहा, वह (राहुल गांधी) मोदी, भाजपा और किसी पर भी हमला कर सकते हैं, लेकिन वह देश पर हमला नहीं कर सकते। देश मूल्यवान है। पाकिस्तान की तरह तीसरे दर्जे वाले देश की तुलना में हमारे देश की तुलना अपमान है। क्या उसे कोई समझ है? मुझे लगता है कि उनकी मानसिक जांच होनी चाहिए। "
गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहिर का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पाकिस्तान के साथ कर्नाटक राजनीतिक उथल-पुथल की तुलना कर "देश का अपमान किया"।
अहिर ने कहा, "मुझे विश्वास है कि भाजपा या सत्तारूढ़ दल की आलोचना का अधिकार विपक्ष का अधिकार है। लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष ने देश के खिलाफ बात की है। उन्होंने देश का अपमान किया है। मैं इसकी निंदा करता हूं। ऐसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए।"
राहुल ने कहा कर्नाटक की स्थिति का जिक्र करते हुए इसकी तुलना पाकिस्तान से कर दी। उन्होंने कहा, "कर्नाटक में एक तरफ विधायक खड़े हैं और दूसरी तरफ राज्यपाल हैं। जेडीएस ने कहा है कि इसके विधायकों को 100 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है।"
कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर भी डर का माहौल बनाने का आरोप लगाया और कहा कि वे नहीं चाहते कि दलित, पिछड़ा वर्ग और महिलाएं अपने सपनों को पूरा करें।