हाल में संपन्न बिहार विधानसभा की दो सीटों के उपचुनाव में अपनी पुरानी सहयोगी लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी के ‘‘दरकिनार’’ कर दिए जाने के अनुभव से सबक लेते हुए हुए कांग्रेस ने बुधवार को जोर देकर कहा कि वह प्रदेश में अपने संगठन को मजबूत करेगी।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव तारिक अनवर ने आरजेडी के साथ अपनी पार्टी के भविष्य में गठजोड़ की संभावना के बारे में पत्रकारों के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा, ‘‘उपचुनाव ने हमें यह सबक सिखाया कि हमें बिहार में अपने संगठन पर काम करने की आवश्यकता है। हम लोकसभा चुनाव से पहले ऐसा करने जा रहे हैं।‘‘
पूर्व केंद्रीय मंत्री अनवर ने कहा कि हालांकि यह हमारे शीर्ष नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वह आरजेडी के साथ भविष्य के किसी भी पुनर्गठन पर विचार करे। तारिक अनवर ने शराबबंदी की ‘‘नाकामी’’ पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी आलोचना की।
उन्होंने 2016 में बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूर्ण पाबंदी लगाए जाने की चर्चा करते हुए कहा कि गांधीवादी होने के नाते कांग्रेस पूर्णशराबबंदी की पक्षधर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य को अब आबकारी राजस्व का नुकसान हो रहा है जबकि शराब के अवैध कारोबार में शामिल लोग संपत्ति बटोर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि मुख्यमंत्री शराबबंदी की समीक्षा करें और सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेकर उचित फैसला लें।
पिछले महीने कुछ विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव हुए थे। कांग्रेस इन पर राजद के साथ चुनाव लड़ने, एक में अपना उम्मीदवार खड़ा करने और दूसरे में बाद वाले का समर्थन करने की उम्मीद कर रही थी। हालांकि, राजद ने एकतरफा दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की, जिससे काफी तीखी नोकझोंक हुई।
कांग्रेस ने दोनों सीटों पर खराब प्रदर्शन किया, हालांकि राजद, जो इस आधार पर अपने फैसले का बचाव कर रही थी कि वह अकेले "जीत" सकती है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जद (यू) से एक भी सीट जीतने में विफल रही।