लगभग हर बड़ी राजनीतिक पार्टी के साथ काम कर चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के साथ काम करने की इच्छा जताई है। मौजूदा समय में ममता बनर्जी के लिए काम कर रहे प्रशांत किशोर ने एक समाचार चैनल को दिए इंटरव्यू में खुलकर अपनी बातें सामने रखीं और ममता बनर्जी के बयानों से उलट कहा कि बिना कांग्रेस के मजबूत विपक्ष की संभावना कम है।
टाइम्स नाउ चैनल को दिए गए इंटरव्यू के दौरान जब प्रशांत किशोर से पूछा गया कि ऐसा कौन सा नेता है जिनके साथ वह दोबारा काम करना चाहेंगे, तो उन्होंने नीतीश कुमार का नाम लिया। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी नीतीश से बातचीत होती है, तो उनका जवाब था, 'बातचीत तो मेरी होती ही रहती है।'
बता दें कि प्रशांत किशोर ने सितंबर 2018 में जेडीयू जॉइन कर के अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी लेकिन नीतीश कुमार के उनका साथ लंबा नहीं चला और कुछ ही समय में उन्होंने पार्टी और राजनीति दोनों ही छोड़ दी।
इसी के आगे प्रशांत किशोर से यह भी पूछा गया कि ऐसा कौन सा नेता है जिनके साथ वह कभी काम नहीं करना चाहेंगे। इस सवाल के लिए उन्हें राहुल गांधी, अमरिंदर सिंह, नीतीश कुमार और ममता बनर्जी का नाम दिया गया। प्रशांत किशोर ने इसके जवाब में अमरिंदर सिंह का नाम लिया।
राहुल गांधी प्रधानमंत्री बन सकते हैं या नहीं, इस सवाल पर किशोर ने जवाब दिया कि वह पीएम बन सकते हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी गांधी परिवार के बिना भी चल सकती है। प्रशांति किशोर से यह भी पूछा गया कि क्या गांधी परिवार कांग्रेस को गैर-गांधी नेता के नेतृत्व में चलने देगा, तो उन्होंने जवाब हां में दिया। हालांकि, उन्होंने अपने जवाब में यह भी जोड़ा कि अगर कांग्रेस के बाकी नेता ऐसा चाहें तो यह हो सकता है।
साथ ही कांग्रेस के मुखिया के तौर पर राहुल और प्रियंका गांधी में से किसी एक को चुनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद ही राहुल गांधी को अपना नेता चुन चुकी है। साल 2017 की तुलना में यूपी में ज्यादा सीटों से बीजेपी की वापसी के सवाल पर भी प्रशांत किशोर ने कहा कि यह भी संभव है।