राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 1919 में जलियांवाला बाग में जान गंवाने वालों को रविवार को श्रद्धांजलि दी और कहा कि कृतज्ञ भारत सदैव उनका ऋणी रहेगा। औपनिवेशिक शासन को दमनकारी शक्तियां प्रदान करने वाले रॉलेट एक्ट के खिलाफ शांतिपूर्वक विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों को 1919 में आज ही के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में बिना किसी उकसावे के ब्रिटिश सेना ने गोलियों से भून दिया था।
राष्ट्रपति ने ‘एक्स’ पर पोस्ट में कहा, ‘‘जलियांवाला बाग में भारत माता के लिए मरमिटने वाले सभी स्वाधीनता सेनानियों को मैं सादर श्रद्धांजलि अर्पित करती हूं। उनके बलिदान से हमारे स्वाधीनता संग्राम की धारा और प्रबल हो गई थी। कृतज्ञ भारत सदैव उनका ऋणी रहेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि उन अमर बलिदानियों से प्रेरणा लेकर सभी देशवासी भारत की प्रगति में पूरे तन-मन-धन से अपना योगदान देते रहेंगे।