कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को आड़े हाथों लेते हुए कहा, राफेल लड़ाकू विमानों की कीमत का खुलासा न करके देश की सुरक्षा को खतरे में डाला गया। डिसाल्ट की रिपोर्ट से इसका खुलासा हो गया है, जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि फ्रांस से खरीदी गए राफेल एयरक्राफ्ट के लिए औनी पौनी कीमत दी गई।
राहुल गांधी ने कहा, रक्षा मंत्री ने तो कीमत नहीं बताई लेकिन डिसाल्ट एविएशन ने 2016 और 2017 की अपनी सालाना रिपोर्ट में कीमतों का खुलासा किया है जो देश की सुरक्षा के साथ खतरा है। 36 राफेल विमानों की कीमत 7.5 बिलियन यूएस डालर यानी 1670 करोड़ प्रति विमान दी गई। कतर एयरक्राफ्ट के लिए 1319 करोड़ रुपये दिए गए जबकि यूपीए की मनमोहन सरकार ने 2012 में 526 करोड़ रुपये में सौदा किया था।
Dassault called RM's lie and released prices paid per RAFALE plane in report:
Qatar = 1319 Cr
MODI = 1670 Cr
MMS = 570 Cr1100 Cr per plane or 36,000 Cr i.e 10 % of our Defence budget, in the pocket.
Meanwhile, our Army begs our Govt. for money. pic.twitter.com/fE5tj4IaeN
— Office of RG (@OfficeOfRG) March 16, 2018
डिसाल्ट की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि रक्षामंत्री ने झूठ बोला हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कतर के लिए 1319 करोड़ रुपये दिए गए। मोदी सरकार में राफेल के लिए 1670 करोड़ रुपये और मनमोहन सरकार में 1100 करोड़ रुपये प्रति एयरक्राफ्ट दिए गए यानी 36 हजार करोड़ रुपये दिए गए। साफ है रक्षा बजट का दस फीसदी रकम जेबों में गया। कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए कहा, रक्षा सौदे में अधिक कीमतों पर खरीदे गए एयरक्राफ्ट से सरकार को होने वाले नुकसान के लिए सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं।