एक नवम्बर से कांग्रेस पार्टी सदस्यता अभियान शुरू करने जा रही है। पार्टी संविधान के अनुसार कांग्रेस का सदस्य बनने के लिए किसी भी शख्स को यह घोषणा करनी पड़ती है वह शराब और किसी भी तरह के नशे का सेवन नहीं करता और खादी पहनने का आदी है। हालांकि, यह नियम मौजूदा कांग्रेस पदाधिकारी भी नहीं अमल कर पा रहे हैं। मंगलवार को जब कांग्रेस के पदाधिकारियों के साथ बैठक के दौरान राहुल गांधी ने प्रश्न किया कि इस कमरे में बैठे कितने लोग शराब पीते हैं। इसपर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने जवाब दिया कि उनके राज्य में तो अधिकांश लोग शराब पीते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी के सवाल पर दो अन्य महासचिवों ने भी माना कि वे शराब पीते हैं। इसके बाद ही बैठक में यह चर्चा भी छिड़ गई कि पार्टी का सदस्य बनने के लिए शराब छोड़ने वाला नियम कितना तार्किक है। पार्टी संविधान के अनुसार, किसी व्यक्ति को कांग्रेस पार्टी का सदस्य बनने के लिए शराब या अन्य नशा छोड़ना होगा और उसे खादी पहनने का आदी भी होना पड़ेगा।
नवजोत सिंह सिद्धू ने यह कहा कि उनके प्रदेश में ज्यादातर लोग शराब पीते हैं और ऐसी स्थिति में कांग्रेस सदस्यता के लिए बनाए नियम का पालन कैसे हो पाएगा? बाकी नेता भी इस मुद्दे पर अपनी-अपनी राय रखने लगा और ऐसे में संगठन महासचिव को इस चर्चा को रोकना पड़ा।
शराब के बाद राहुल गांधी ने खादी के लिए बने नियम पर भी बातचीत की और पूछा कि यह कितना व्यावहारिक है। इस पर भी कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि खादी आजादी की लड़ाई का प्रतीक है मगर मौजूदा वक्त में यह काफी महंगा हो गया है। कुछ नेताओं ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में सदस्यता के नियमों को बदले जाने का सुझाव भी दिया।