लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शुक्रवार को यानी आज सनसनीखेज दावा कर दिया। उन्होंने कहा कि 29 जुलाई को संसद में दिए गए उनके 'चक्रव्यूह' भाषण के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके घर पर रेड मारने की योजना बना रही है। राहुल ने कहा कि वह खुली बांहों के साथ ईडी अधिकारियों का इंतजार कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि ईडी के 'अंदरूनी सूत्रों' ने उन्हें छापेमारी की जानकारी दी है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में राहुल गांधी ने ईडी की छापेमारी को लेकर दावा किया। शुक्रवार तड़के की गई पोस्ट में उन्होंने लिखा, "जाहिर है, 2 में से 1 को मेरा चक्रव्यूह वाला भाषण अच्छा नहीं लगा। ईडी के अंदरूनी सूत्रों ने मुझे बताया है कि छापेमारी की तैयारी हो रही है। मैं ईडी का खुली बांहों से इंतजार कर रहा हूं, चाय और बिस्कुट मैं खिलाऊंगा।" राहुल ने अपनी इस पोस्ट में प्रवर्तन निदेशालय के आधिकारिक एक्स हैंडल को टैग भी किया है।
Apparently, 2 in 1 didn’t like my Chakravyuh speech. ED ‘insiders’ tell me a raid is being planned.
Waiting with open arms @dir_ed…..Chai and biscuits on me.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 1, 2024
इसी से जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में, कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने ‘‘भाजपा सरकार द्वारा राजनीतिक उत्पीड़न के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग किए जाने’’ पर चर्चा की मांग करते हुए लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।
राहुल गांधी ने सोमवार को बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए केंद्र सरकार पर हिंदुस्तान को अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसाने का आरोप लगाया था और कहा था कि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) इस चक्रव्यूह को तोड़ेगा।
उन्होंने यह दावा भी किया था कि इस बजट में चंद पूंजीपतियों के एकाधिकार और लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट करने वाले राजनीतिक एकाधिकार को मबजूती प्रदान की गई है, जबकि युवाओं, किसानों तथा मध्यम वर्ग को नजरअंदाज कर दिया गया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यह भी कहा था कि ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आने पर जाति आधारित जनगणना कराएगा और किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी भी देगा।