गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों से पहले सियासी तकरार तेज हो गई है। जीडीपी की ग्रोथ में गिरावट, जीएसटी की दिक्कतों और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी रोज नए हमले कर रहे हैं। गुरुवार को केंद्र की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने नोटबंदी और बेरोजगारी को एमएमडी यानी मोदी-मेड-डिजास्टर करार दिया। इससे पहले गुजरात में रैली के दौरान उन्होंने जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहा था, जिसकी काफी चर्चा हुई।
डॉ जेटली, नोटबंदी और GST से अर्थव्यवस्था ICU में है।
आप कहते हैं आप किसी से कम नहीं,
— Office of RG (@OfficeOfRG) October 26, 2017
मगर आपकी दवा में दम नहीं
गुरुवार को नई दिल्ली में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आर्थिक मुद्दों पर मोदी सरकार की खूब खिंचाई की। नोटबंदी के फैसले पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, सरकार इतनी सी बात नहीं समझ सकी कि पूरी नकदी कालाधन नहीं होती और समूचा कालाधन कैश में नहीं होता है। आगामी 8 नवंबर को नोटबंदी का एक साल पूरा होने के मौके को कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां काले दिन के तौर पर मानने की तैयारियां कर रही हैं। इस लिहाज से भी राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। इसके अलावा वह जल्द ही कांग्रेस अध्यक्ष भी नियुक्त होने वाले हैं, इसलिए अपनी बड़ी भूमिका को लेकर भी वह खासे आक्रामक नजर आ रहे हैं।
आज उद्योग और व्यापार जगत से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि रोजगार कैसे पैदा होंगे, देश के सामने आज यह बड़ा सवाल है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार बेरोजगार नौजवानों की फौज पैदा कर रही है। नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों ने इकोनॉमी को पंगु बना दिया है। अगर नौकरियां ही नहीं होंगी तो कितनी भी ग्रोथ का कोई मतलब नहीं है। राहुल गांधी ने दावा किया कि मोदी राज में आर्थिक गैर-बराबरी सबसे ज्यादा बढ़ी है।
शट-अप इंडिया और स्टार्ट-अप इंडिया साथ नहीं चल सकते
केंद्र सरकार के स्टार्ट-अप इंडिया प्रोग्राम पर कटाक्ष करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह अच्छी योजना है लेकिन इसके साथ शट-अप इंडिया नहीं चल सकता।
ताजमहल विवाद पर भी कसा तंज
ताजमहल को लेकर मचे विवाद पर तंज कसते हुए राहुल गांधी ने कहा कि आज दुनिया हम पर हंसती होगी कि हम इस पर बहस कर रहे हैं कि ताजमहल किसने बनाया था।