राजस्थान हाई कोर्ट ने कांग्रेस में विलय को लेकर बसपा के छह विधायकों और विधानसभा अध्यक्ष को नोटिस जारी किया। इन विधायकों ने बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और फिर सभी कांग्रेस में शामिल हो गए।बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने इस विलय के खिलाफ एक शिकायत विधानसभाध्यक्ष सी पी जोशी के समक्ष इस वर्ष मार्च में दायर की थी, जिसे उन्होंने 24 जुलाई को खारिज कर दिया।
अदालत ने विधायकों के राजस्थान की सत्ताधारी पार्टी में विलय के खिलाफ बसपा द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए नोटिस जारी किए।
विधायकों और स्पीकर को 11 अगस्त तक जवाब प्रस्तुत करना होगा और मामले का पक्ष प्रस्तुत करना होगा।
गौरतलब है कि 2018 में संदीप यादव, वाजिब अली, दीपचंद खेरिया, लखन मीणा, जोगेंद्र अवाना और राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा चुनाव जीता। सितंबर 2019 में बसपा विधायकों का पूरा समूह कांग्रेस में शामिल हो गया।
भाजपा विधायक मदन दिलावर ने विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत करते हुए कहा कि यह दलबदल विरोधी कानून का उल्लंघन है। जबकि अध्यक्ष सी पी जोशी ने राज्य में मौजूदा संकट के बीच इस शिकायत को खारिज कर दिया। दिलावर ने हाल ही में उच्च न्यायालय का रुख किया और बीएसपी ने भी विलय के खिलाफ याचिका दायर की है।