ब्रजेश पाठक ने सोमवार को भाजपा के विकास के एजेंडा में आस्था व्यक्त करते हुए पार्टी में शामिल हो गए। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। दिलचस्प बात यह है कि कल ही आगरा में बसपा प्रमुख मायावती की रैली में पाठक मौजूद थे। पाठक सोमवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। पाठक का राज्य के हरदोई, उन्नाव क्षेत्र में काफी प्रभाव माना जाता है। शर्मा ने कहा कि पाठक के भाजपा में शामिल होने से उसे ब्राहमण वोटों को एकजुट करने में मदद मिलेगी। जिस समय पाठक भाजपा मुख्यालय में पार्टी में शामिल हो रहे थे उसी समय बसपा ने उन्हें अपनी पार्टी से निष्काषित कर दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद पाठक बसपा छोड़ने वाले दूसरे कद्दावर नेता हैं। हालांकि मौर्या और अन्य कुछ नेताओं से विपरीत पाठक ने भाजपा में शामिल होने के बाद मायावती पर तीखा प्रहार नहीं किया और सिर्फ इतना कहा कि राज्य में भाई-भतीजावाद, भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी का बोलबाला है। पाठक ने कहा, मैंने सोचा कि और देरी हानिकारक होगी। केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकासात्मक एजेंडा और अमित शाह के प्रयास ही उत्तरप्रदेश को बचा सकते हैं। कल आगरा में बसपा की रैली में मौजूद होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनके भाजपा में शामिल हुए 24 घंटे भी नहीं हुए हैं। जब तक वह बसपा में थे तब तक उस भूमिका का निर्वाह कर रहे थे। पाठक ने कहा कि उन्होंने 2007 के विधानसभा चुनाव में ब्राहमण मतों को बसपा की ओर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी लेकिन ब्राहमण बसपा से निराश हुए हैं।