कृष्णा 15 मार्च को ही भाजपा में शामिल होने वाले थे, लेकिन अपनी बहन के निधन के चलते उन्हें इसे टालना पड़ा था।
84-वर्षीय कृष्णा ने कहा था कि कांग्रेस को अब उनकी आवश्यकता नहीं रही। कृष्णा 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री थे। वह देश के विदेश मंत्री और महाराष्ट्र के गवर्नर भी रह चुके हैं।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, वह कर्नाटक के मौजूदा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के रैवेये से नाराज थे।
कांग्रेस में पांच दशक से ज्यादा वक्त बिता चुके 84 वर्षीय एसएम कृष्णा पहली बार 1968 में मांड्या से सांसद चुने गए थे. वह इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। 1999 में उन्होंने कांग्रेस को कर्नाटक में जीत की दहलीज पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई और 2004 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे।