आरजेडी विधायकों ने गुरुवार को दावा किया कि तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव में मिली हार के मद्देनजर विधायक दल के नेता के रूप में इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन पार्टी विधायकों ने इसे ठुकरा दिया।
राजद विधायक दल की बैठक के बाद विधायक भाई वीरेंद्र, ईजा यादव, ललित यादव और शक्ति यादव ने कहा कि पार्टी के सभी विधायक तेजस्वी यादव के पीछे एकजुट हैं।
विधायकों ने कहा, "तेजस्वी यादव हमारे नेता हैं। उनके प्रस्ताव को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया था और कहा गया था कि अगर उन्होंने जोर दिया तो सभी विधायक अपने सदस्यों के साथ ही इस्तीफा दे देंगे।"
उन्होंने कहा, " राज्य में सत्तारूढ़ राजग के विधायक हैं, जिन्हें एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के प्रकोप के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देना चाहिए।”
‘अफवाहों पर अपना समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं’
जब यादव से उनके इस्तीफे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "आप (मीडिया वाले) इसे जानते होंगे ... आप (मीडिया) अफवाहों पर अपना समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं?"
उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था।
अलग-थलग पड़े तेजस्वी
यादव लोकसभा चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से ही बिहार से दूर रहने के लिए सत्तारूढ़ गठबंधन से अलग-थलग पड़ गए हैं, एक दशक से अधिक समय तक राज्य में शासन करने के बावजूद नकी पार्टी ने अपना सबसे खराब प्रदर्शन किया। तेजस्वी यादव चारा घोटाले के मामलों में सजा काटते हुए अपने बीमार पिता की अनुपस्थिति के बाद, अपने बीमार पिता की अनुपस्थिति में अपनी पार्टी के वास्तविक नेता के रूप में कार्य कर रहे हैं।
एजेंसी