पिछले साल शिवसेना और इस साल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी...महाराष्ट्र में यह लगातार दूसरा साल है जब राजनीति की हवा ने गर्माहट महसूस करा दी है। चाचा भतीजा की लड़ाई में किसकी जीत होगी, यह तो शायद समय बताएगा लेकिन पवार बनाम पवार की लड़ाई से सियासी आंधी तो आई है। एक तरफ अजित पवार गुट ने एनसीपी पर अपने अधिकार की मांग की तो वहीं शरद पवार ने दावा किया कि पार्टी का चुनाव चिन्ह उनके पास से कहीं नहीं जाएगा।
बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार और अजित पवार के आह्वान पर क्रमानुसार यशवंतराव चव्हाण केंद्र (दक्षिण मुंबई) में शरद पवार गुट और उपनगरीय बांद्रा में भुजबल नॉलेज सिटी में अजित पवार गुट की बैठक हुई। बैठक में शरद पवार ने कहा, "आज पूरा देश हम पर नजर रख रहा है...एनसीपी के लिए यह बैठक ऐतिहासिक है। हमें अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ते रहना है। हमें सत्ता की भूख नहीं है। हम लोगों के लिए काम करते रहेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने कहा, "अगर अजित पवार को कोई समस्या थी तो उन्हें मुझसे बात करनी चाहिए थी। अगर उसके मन में कुछ था तो वह मुझसे संपर्क कर सकता था। आपने (बीजेपी) एनसीपी को भ्रष्ट कहा। तो, अब आपने एनसीपी के साथ गठबंधन क्यों किया है?...निश्चित तौर पर उद्धव ठाकरे के साथ जो हुआ, वह दोहराया गया है।"
पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने आगे कहा, "जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया। अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है।" पार्टी किसकी है...इस पर बात करते हुए उन्होंने स्पष्ट रूप से दावा किया और कहा, "पार्टी का चुनाव चिन्ह हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा। जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता, हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं।"
बता दें कि दोनों गुटों के शक्ति प्रदर्शन के बाद एनसीपी (अजित पवार) गुट के नेता एक बस में सवार होकर होटल जाते दिखे। दरअसल, अजित पवार गुट के नेताओं की बैठक समाप्त हुई तो उनकी कुछ तस्वीरें सामने आईं, जिसमें वह बस में बैठे हुए दिखाई दिए। एएनआई द्वारा साझा की गई तस्वीरों में अजित पवार अपने गुट के विधायकों के साथ बस से होटल जाते दिखे। इससे पहले, अजित पवार के गुट ने दावा किया था कि उनके पास अधिक विधायकों का समर्थन है।