कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भारतीय जीवन बीमा निगम के 38 करोड़ पॉलिसीधारकों का पैसा आईडीबीआई जैसे बैंक में लगाया जा रहा है जो कर्ज में डूबा हुआ है। क्या प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री इस बात का जवाब देंगे कि वो अपने सूट-बूट वाले विदेशी बैंक खाताधारक दोस्तों को क्यों बचा रहे हैं?
कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने एक प्रेस कांफ्रेस में कहा कि हम इस देश के असली और नकली वित्त मंत्री को याद दिलाना चाहते हैं कि नोटबंदी ने प्रधानमंत्री के सूट-बूट वाले दोस्तों को कालेधन को सफेद करने में मदद की। उन्होंने कहा कि स्विस बैंक में भारतीयों के खातों में पैसों में 50 प्रतिशत की वृद्धि की खबरों के बाद फिर से यह पूछना चाहते हैं कि देश का असली वित्त मंत्री कौन है? सरकार काला धन छुपाने वाले इन जमाखोरों को आम लोगों की कीमत पर क्यों बचा रही है?
मीडिया पैनलिस्ट प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने कहा कि छह और बैंकों की आर्थिक हालत खराब है। क्या सरकार आने वाले समय में एलआईसी का पैसा इसी तरह से अन्य बैंकों में भी लगायेगी। उन्होंने कहा कि विनिवेश का लक्ष्य पूरी तरह से नाकाम हो चुका है। अब वित्तीय चालबाजी से अपनी नाकामी को ढकने की कोशिश की जा रही है। आखिर सरकार जनता और देश को क्यों गुमराह कर रही है।