वरिष्ठ भाजपा नेता प्रसाद ने कहा कि समान नागरिक संहिता सत्तारूढ़ पार्टी के घोषणापत्र का हिस्सा रही है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘इंतजार करना चाहिए। एक प्रक्रिया चल रही है। आपको इसके परिणाम का इंतजार करना चाहिए।’’
विधि आयोग ने 13 जून को एक सार्वजनिक नोटिस के माध्यम से इस विवादास्पद मुद्दे पर लोगों की राय मांगी थी, जिसके बाद यूसीसी सुर्खियों में आ गया है।
समान नागरिक संहिता लंबे समय से भाजपा के तीन प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में भोपाल में समान नागरिक संहिता की पुरजोर वकालत करते हुए सवाल किया था कि ‘‘दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चलेगा?’’ उन्होंने कहा था कि इस संवेदनशील मुद्दे पर मुसलमानों को उकसाया जा रहा है।
विपक्षी पार्टियों ने समान नागरिक संहिता से जुड़़ी टिप्पणी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उनपर महंगाई एवं बेरोजगारी जैसे असल मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास करने का आरोप लगाया था।
संवाददाता सम्मेलन में प्रसाद से अगले लोकसभा चुनाव में भाजपा को उखाड़ फेंकने संबंधी राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू प्रसाद के दावे के बारे पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने 2014 और 2019 में भी ऐसा ही दावा किया था लेकिन नतीजे सबके सामने हैं।
भाजपा नेता ने कहा कि लालू यादव को अपने खिलाफ भ्रष्टाचार के सभी मामलों के बारे में चिंता करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा 2024 में बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी।