पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने एक बार फिर बड़ा दावा किया है। राज्य के भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि टीएमसी के 41 विधायकों की सूची हमारे पास है जो बीजेपी में आना चाहते हैं। अगर ये लोग भाजपा में आए, तो ममता सरकार गिर जाएगी। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर भाजपा और ममता की तृणमूल के बीच लगातार बयानबाजी चल रही हैं।
गुरुवार को विजयवर्गीय ने कहा, 'जिन विधायकों की हमारे पास सूची है, अगर उन्हें मैं भाजपा में शामिल कर लूं, तो बंगाल में सरकार गिर जाएगी। अभी हम देख रहे हैं कि किसे लेना है और किसे नहीं। छवि खराब वालों को हम पार्टी में शामिल नहीं करेंगे। इससे सभी को यह लग रहा है कि राज्य की टीएमसी सरकार जा रही है।'
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 9 जनवरी को फिर बंगाल दौरे पर थे। उन्होंने बर्धमान की सभा में कहा था कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जमीन हिल चुकी है। बंगाल में मुझ जैसे प्रोटेक्टी को योजना के तहत सड़क पर रोककर हमला किया जा सकता है। जिससे पता चलता है कि यहां आम आदमी के लिए कानून व्यवस्था केसे हालात हैं। यहां 300 भाजपा समर्थकों ने जानें गंवाई हैं। मैंने खुद 100 लोगों का बाग बाजार घाट पर जाकर तर्पण किया था।
बर्धमान में नड्डा ने भाजपा के एक मुट्ठी चावल अभियान की शुरुआत भी की थी। उन्होंने ममता की तृणमूल को तिरपाल चोर बताया। दरअसल, अम्फान तूफान के समय लोगों को अस्थाई घर बनाने के लिए केंद्र ने तिरपाल भेजे थे। टीएमसी के लोगों पर इन तिरपालों को अपने घर में रखने के आरोप लगे थे।
ममता के खास रहे पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने पिछले महीने भाजपा का दामन थाम लिया था। उनके साथ सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 विधायक भी भाजपा में शामिल हुए थे। इनमें 5 विधायक तृणमूल कांग्रेस के ही थे। इससे पहले तापसी मंडल, अशोक डिंडा, सुदीप मुखर्जी, सैकत पांजा, शीलभद्र दत्ता, दिपाली बिस्वास, शुक्र मुंडा, श्यांपदा मुखर्जी, बिस्वजीत कुंडू और बानाश्री मैती भी पिछले महीने भाजपा में शामिल हुई थी।