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कभी दोस्त रहे अमिताभ अब कांग्रेस को क्यों नहीं सुहाते?

राजग सरकार के दो साल पूरा होने पर नई दिल्ली में 28 मई को आयोजित होने वाले कार्यक्रम से महानायक अमिताभ बच्चन के जुड़ने पर कांग्रेस ने आज अमिताभ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
कभी दोस्त रहे अमिताभ अब कांग्रेस को क्यों नहीं सुहाते?

पनामा पेपर लीक मामले में अमिताभ का नाम आने की पृष्ठभूमि में कांग्रेस ने उन पर निशाना साधा। गौरतलब है कि अमिताभ देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के बाल सखा रहे हैं और कांग्रेस पार्टी के लोकसभा सांसद भी रहे हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अमिताभ के कार्यक्रम की मेजबानी करने पर सवाल उठाया और कहा कि जांच कर रही एजेंसियों को यह क्या संदेश देगा? इसके बाद अमिताभ के हवाले से कहा गया कि वह नहीं बल्कि अभिनेता आर. माधवन कार्यक्रम की मेजबानी करेंगे और वह ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ पर एक हिस्से में ही एंकर की भूमिका में होंगे।

73 वर्षीय अभिनेता ने यह भी कहा कि उन्हें यह नहीं लगता कि वे (कांग्रेस) इस बात से अवगत होंगे कि वह कार्यक्रम की मेजबानी नहीं कर रहे हैं। पनामा पेपर लीक में नाम आने के बाद उनके खिलाफ जांच के बावजूद कार्यक्रम से जुड़ाव को लेकर भाजपा जोरदार तरीके से अमिताभ के बचाव में आगे आई। केंद्रीय मंत्रियों सहित कई भाजपा नेताओं ने कहा कि अमिताभ के खिलाफ जांच का उस कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं है जो बालिकाओं की सुरक्षा के सामाजिक मुद्दे से जुड़ा हुआ है। भाजपा ने विवाद पैदा करने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला।

सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा कि जब वे (जांच एजेंसियां) देखेंगे कि प्रधानमंत्री अमिताभ के साथ मंच साझा कर रहे हैं तो क्या यह सही होगा? विदेश में अवैध तरीके से धन का घपला किए जाने की जांच कर रही एजेंसियों को यह क्या संदेश देगा? आप क्या संदेश दे रहे हैं? इस मुद्दे पर कई सवाल उठाते हुए उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या महानायक के कार्यक्रम की मेजबानी करने से काले धन के खिलाफ लड़ाई कमजोर नहीं होगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है।

उन्होंने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री ने बार-बार विदेशों में जमा काला धन वापस लाने और दोषियों को दंडित करने की बात कही है। भाजपा नेता और कानून मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने कहा कि पनामा पेपर में अमिताभ का नाम आने की जांच पर उनके कार्यक्रम में शामिल होने का कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा, देखिए, व्यावहारिक रूप से, अमिताभ बच्चन की भागीदारी और पनामा पेपर में जांच, निश्चित रूप से इसका कोई संबंध नहीं है। जांच किसी स्वतंत्र एजेंसी द्वारा की जाएगी, वे चीजों पर गौर करेंगे।

संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि मेगास्टार सिर्फ एक कार्यक्रम की मेजबानी कर रहे हैं और किसी अदालत ने उन्हें दोषी नहीं साबित किया है। शर्मा ने कहा, आपके पास सवाल हो सकते हैं, लेकिन क्या उन्हें इसके लिए दोषी ठहराया गया है? उनका नाम आया है। अदालत को कार्रवाई करने दीजिए। अगर कोई हमारे दो साल पूरे होने पर कार्यक्रम की मेजबानी कर रहे हैं और वह कोई अपराधी नहीं हैं, वह समाज के एक सम्मानित नागरिक हैं। अगर उनका नाम आया है, अदालत को कार्रवाई करने दीजिए।

अमिताभ के पुत्र अभिषेक ने भी हमला बोला और कहा कि उनके पिता सिर्फ समारोह का हिस्सा हैं जहां वह बालिकाओं को शिक्षित करने के बारे में बात करेंगे। अभिषेक ने संवाददाताओं से कहा, यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। वह ऐसे कार्यक्रम का हिस्सा हैं जहां वह बालिकाओं को शिक्षा देने के बारे में बात करेंगे। यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है। भाजपा सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि कांग्रेस द्वारा पैदा किया गया विवाद सिर्फ उसकी मानसिक अक्षमता को दर्शाता है क्योंकि उसके अपने ही नेता कथित भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे हैं और जमानत पर हैं।

पार्टी सांसद और अभिनेता परेश रावल ने कहा कि कांग्रेस मुद्दा विहीन है और इस प्रकार एक मुद्दा बना रही है। उन्होंने इसे दादरी घटना की पृष्ठभूमि में लेखकों और साहित्यकारों द्वारा सम्मान वापसी को लेकर पैदा विवाद जैसा ही फर्जी मुद्दा बताया। राष्ट्रीय संपत्तियों के नाम गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर होने को लेकर हाल में कांग्रेस पर निशाना साध चुके अभिनेता ऋषि कपूर ने कहा कि उन्हें कांग्रेस के अमिताभ पर हमला बोलने का कोई कारण नहीं दिखता।

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