केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने बुधवार को कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों की मांग पर संसदीय मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति फैसला करेगी।
संसदीय कार्य विभाग में राज्य मंत्री और कानून मंत्रालय में स्वतंत्र प्रभार संभाल रहे मेघवाल ने संवाददाताओं से कहा कि सत्र बुलाने पर फैसला लेने वाली सीसीपीए के निर्णय के बारे में बता दिया जाएगा। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुधवार यानी आज होने वाली है।
कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी सहित कई विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर 22 अप्रैल के आतंकवादी हमले के बाद सामूहिक समाधान प्रस्तुत करने के लिए संसद का सत्र बुलाने की मांग की है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकतर पर्यटक थे।
संवाददाता सम्मेलन में मेघवाल ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर एक तस्वीर को लेकर निशाना साधा जिसमें बी आर अंबेडकर और पूर्व यादव का आधा-आधा चेहरा दिखाया गया है।
भाजपा नेता ने कहा कि यह तस्वीर अंबेडकर का अपमान है, जिन्हें संविधान निर्माता और विशेष रूप से दलितों के बीच एक आदर्श माना जाता है।
उन्होंने कहा कि यदि यादव को लगता है कि इस तस्वीर से उन्हें दलितों के वोट मिलेंगे तो वे "भ्रम में जी रहे हैं" और कहा कि सपा कांग्रेस की सहयोगी है, जिसने दो चुनावों में अंबेडकर की हार सुनिश्चित की।
उन्होंने कहा कि जब राजीव गांधी विपक्ष के नेता थे, तब कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण का भी कड़ा विरोध किया था।
मेघवाल ने कहा कि यादव "कांग्रेस की गोद में बैठे हैं" और जब वह मुख्यमंत्री थे, तो उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के इंजीनियरों को बड़ी संख्या में पदावनत किया गया था, जबकि समाजवादी पार्टी के एक सांसद ने समुदाय के लिए पदोन्नति में आरक्षण की वकालत करने वाले विधेयक को फाड़ दिया था।
मेघवाल ने यह भी कहा कि कांग्रेस द्वारा अपने नेताओं को पहलगाम आतंकवादी हमले पर पार्टी लाइन पर चलने का निर्देश देना "दोहरी बात" है।
कई पार्टी पदाधिकारियों के विवादास्पद बयानों के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को अपने नेताओं से कहा कि वे अनुशासनहीनता के आधार पर कुछ न बोलें और आतंकवादी हमले पर पार्टी लाइन पर ही टिके रहें, अन्यथा पार्टी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा।