कांग्रेस ने आरोप लगाया कि येदियुरप्पा ने भाजपा उम्मीदवार निरंजन कुमार के कहने पर भ्रष्ट हरकत की। पार्टी ने कहा कि वह कानून के मुताबिक सजा के हकदार हैं। पार्टी ने चुनाव आयोग से अनुरोध किया है कि वह मामले को संज्ञान में लेकर दोनों नेताओं के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू करे।
कांग्रेस ने कहा कि निरंजन कुमार को उप-चुनाव लड़ने के अयोग्य करार दिया जाए, जिससे कि लोकतंत्र के उच्च सिद्धांतों को बरकरार रखा जा सके और न्याय के हित में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव हो सके।
मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखे पत्र में विधान पार्षद उग्रप्पा सहित कई कांग्रेस नेताओं के दस्तखत हैं। इस पत्र में कहा गया, ...उन्होंने (येदियुरप्पा ने) वोटरों से अपील की कि वे भाजपा उम्मीदवार निरंजन कुमार के पक्ष में अपने वोट दें, उन्होंने कहा कि वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनने वाले हैं और वह अपने वादों पर कायम रहेंगे और विकास के लिए गुंडलूपेट विधानसभा क्षेत्र को गोद लेंगे।
कांग्रेस ने कहा कि येदियुरप्पा ने ईश्वर के नाम पर शपथ ली कि वह गुंडलूपेट के वोटरों को ठगने नहीं जा रहे। पार्टी ने कहा, फिर येदियुरप्पा ने वोटरों से मांग की कि वे ईश्वर के नाम पर शपथ लेकर कहें कि वे भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट देंगे और उनकी मांग पर वहां मौजूद वोटरों ने ईश्वर के नाम पर शपथ ली कि वे भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में ही वोट देंगे।