पड़ोसी राज्य आंध्र प्रदेश में विवादास्पद पोलावरम बांध परियोजना को लेकर विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) विधायकों के हंगामे के कारण बृहस्पतिवार को ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही दो बार स्थगित कर दी गई।
विपक्षी सदस्यों ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ नारे लगाए और सत्तारूढ़ पार्टी पर आंध्र प्रदेश में अपने राजनीतिक लाभ के लिए ओडिशा के हितों की बलि देने का आरोप लगाया।
जब बीजद के सदस्य सदन में आसान के सामने आकर हंगामा कर रहे थे, तो विधानसभा में पार्टी के उपनेता प्रसन्न आचार्य ने दावा किया कि पोलावरम परियोजना के पूरा होने के बाद ओडिशा गंभीर रूप से प्रभावित होगा।
आचार्य ने कहा, “आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा पोलावरम परियोजना का एकतरफा और जबरदस्ती निर्माण ओडिशा के लिए असहनीय हो गया है। इसलिए हम इस मामले पर चर्चा की मांग करते हैं।"
भाजपा सदस्य इराशीष आचार्य ने पोलावरम मुद्दे पर चर्चा के लिए विधानसभा अध्यक्ष द्वारा नोटिस खारिज किए जाने को उचित ठहराया। उन्होंने कहा, "ओडिशा विधानसभा के कामकाज के नियम स्पष्ट रूप से कहते हैं कि अदालत में विचाराधीन मामले पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती।"
विपक्षी कांग्रेस के विधायक अपने वरिष्ठ सदस्य ताराप्रसाद बहिनीपति के निलंबन के विरोध में विधानसभा परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरने पर बैठ गए। कांग्रेस के सदस्यों ने विरोध स्वरूप काली पट्टी पहनी हुई थी।