माकपा सदस्य केके रागेश ने शून्यकाल में कहा कि पहले एक भगवा नेता ने विजयन के सिर पर एक करोड़ रुपये इनाम की घोषणा की थी। इसके अलावा विजयन को कई कार्यक्रमों में शामिल होने से रोकने का प्रयास किया गया।
उन्होंने दावा किया कि उनके कई कार्यक्रमों को बाधित करने का भी प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि विजयन राज्य के धर्मनिरपेक्ष ताने-बाने को सुरक्षित रखने का प्रयास कर रहे हैं, इसलिए उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
शून्यकाल में ही कांग्रेस के पीएल पुनिया ने अनुसूचित जाति और जनजाति उप योजनाओं से जुड़ा मुद्दा उठाया और कहा कि सरकार ने 2017-18 के बजट में इसे हटा दिया है।
उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1980 में अनुसूचित जाति और जनजाति की आबादी के अनुपात में आवंटन के लिए उप योजनाओं की शुरुआत की थी। लेकिन 2017-18 के बजट में इसे हटा दिया गया। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए क्रमश: 16.6 और 8.6 प्रतिशत बजटीय आवंटन होना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि बजट में केंद्र द्वारा प्रायोजित योजनाओं के तहत आवंटनों में कटौती की गयी है।
एजेंसी