लोकसभा में मंगलवार को विपक्ष ने राफेल सौदे को लेकर सरकार पर निशाना साधा और इसे घोटाला बताया। कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने इस सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। तृणमूल कांग्रेस के सौगात राय ने कहा कि कहा कि राफेल सौदा आजाद भारत के सबसे बड़े घोटालों में एक है। इस दौरान भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि यह गोपनीय कागजात हैं और इस तरह किसी पर कैसे आरोप लगाए जा सकते हैं।
लोकसभा में वर्ष 2018-19 के लिए अनुदानों की अनुपूरक मांगों पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस के केसी वेणुगोपाल ने राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को फ्रांस के साथ किए गए समझौते के गोपनीय प्रावधान को सदन में पेश करने की चुनौती दी।
उन्होंने कहा कि राफेल विमानों के लिए यूपीए सरकार के समय किए जाने वाले अनुबंध के तहत 108 विमानों का निर्माण भारत में होना था। यह निर्माण एचएएल में होना था जबकि 18 विमान ही फ्रांस से आने थे। प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत 50 फीसदी राशि इस देश में खर्च की जानी थी, लेकिन सरकार ने इन सभी शर्तों को हटा दिया।
वेणुगोपाल ने राफेल सौदे को एक बड़ा घोटाला बताते हुए इसकी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार चीजों को छिपा रही है और गोपनीयता के नाम पर देश को लूटा जा रहा है। इस पर, सदन में शोरगुल के दौरान भाजपा सांसद निशिकांत दूबे ने कहा कि यह गोपनीय कागजात हैं और इस तरह किसी पर कैसे आरोप लगाए जा सकते हैं। उन्होंने वेणुगोपाल की मांग का विरोध करते हुए इस तरह के आरोप लगाने से पहले उन्हें सदन प्रमाण पेश करने चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस के सौगात राय ने कहा कि राफेल सौदे की पूरी जांच करने की मांग करते हुए कहा कि इसकी वजह से देश को 2,500 करोड़ रुपये का नुकसान होने जा रहा है।