विपक्षी नेताओंने कहा कि बुधवार को इस मसले पर संसद भवन के बाहर धरना देंगे। इसके साथ ही यह भी तय हुआ कि राष्ट्रपति से मिलकर इस फैसले को वापस लेने की मांग करेंगे। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना देंगे। जदयू सांसद शरद यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भले ही नोटबंदी का फैसला देश के हित में लिया है लेकिन नोटबंदी के कारण उत्पन्न हालात के चलते देश भर में 70 से अधिक लोगों की जान चली गई है। उन्होंने कहा कि उन लोगों के परिजनों को 10-10 लाख रूपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री के फैसले से देश में आर्थिक आपातकाल की स्थिति बन गई है। देश की 90 फीसदी जनता बैंकों के आगे कतार में है। इन लोगों की तकलीफ पर गौर करना चाहिए और नोटबंदी के कारण उत्पन्न हालात के चलते अपनी जान गंवाने वाले 70 से अधिक लोगों के परिजन को मुआवजा दिया जाना चाहिए। माकपा के मो. सलीम ने कहा कि एजेंडे में सड़कों पर प्रदर्शन करने और नोटबंदी की सूचना कथित तौर पर कुछ उद्योगपतियों को लीक करने के विषय की जांच के लिए जेपीसी का गठन मांग का विषय है।