समाचार एजेंसी भाषा के मुताबिक लोकसभा में पीके श्रीमति टीचर, वैजयंत पांडा के पूरक प्रश्नों के उत्तर में संचार मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि यह सच है कि जब साल 2011 में परियोजना शुरू हुई थी तब इसकी रफ्तार काफी धीमी थी। जब हमारी सरकार आई तब इस परियोजना पर तेज गति से काम नहीं हो रहा था और यह 220 ग्राम पंचायतों तक ही सीमित थी।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले ढाई वर्षों में इस कार्य को तेजी से बढ़ाया और इसकी पहुंच के दायरे को 80 हजार ग्राम पंचायतों तक ले गई। तेज गति से काम हो रहा है।
सिन्हा ने कहा कि हम 16 हजार गांवों तक अंतिम मील कनेक्टिविटी स्थापित करने में सफल रहे। इस साल के अंत तक 40 हजार गांव में अंतिम मील कनेक्टिविटी सफलतापूर्वक स्थापित करने में लगे हैं।
मंत्री ने बताया कि हमारा प्रयास सीमावर्ती इलाकों में भी ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क को प्राथमिकता प्रदान करना है।
उन्होंने कहा कि 2018 तक देश भर की सभी ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ दिया जायेगा।
एजेंसी