कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष के कार्यालय को रायबरेली लोकसभा सीट बरकरार रखने और वायनाड लोकसभा सीट खाली करने की औपचारिक जानकारी दी।
समाचार एजेंसी एएनआई के सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस नेता ने इसके लिए आज लोकसभा अध्यक्ष को पत्र सौंपा।
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में वायनाड से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा की। गौरतलब है कि अगर प्रियंका गांधी वायनाड से जीतती हैं, तो नेहरू-गांधी परिवार के तीन सदस्य संसद में होंगे - राज्यसभा में सोनिया गांधी और लोकसभा में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी।
प्रियंका गांधी ने सोमवार को कहा कि वह वायनाड से उपचुनाव लड़ेंगी लेकिन अमेठी और रायबरेली से उनका दशकों पुराना नाता जारी रहेगा।
प्रियंका गांधी ने विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व करने में सक्षम होने से बहुत खुश हूं और मैं वहां उनकी (राहुल गांधी) अनुपस्थिति महसूस नहीं होने दूंगी। मैं कड़ी मेहनत करूंगी और सभी को खुश करने और एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी। रायबरेली और अमेठी से रिश्ता टूट नहीं सकता, वो बहुत पुराना है। मैं अपने भाई की भी मदद करूंगी। हम दोनों रायबरेली और वायनाड में मौजूद रहेंगे।"
कई कांग्रेस नेताओं ने पार्टी की दो प्रमुख सीटों पर दोनों के फैसले की सराहना की। प्रमोद तिवारी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट बरकरार रखने के राहुल गांधी के फैसले की सराहना की और इसे "सही राजनीतिक निर्णय" बताया।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सोमवार को पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को केरल के वायनाड से चुनावी मैदान में उतरने पर शुभकामनाएं दीं और कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के लोग उन्हें आशीर्वाद देंगे और उन्हें अपनी आवाज बनाएंगे।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    