कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने राज्यसभा में अपनी “हंसी” पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपनी टिप्पणी से महिलाओं की प्रतिष्ठा को कलंकित किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में बुधवार को अपने भाषण के दौरान कांग्रेस नेता की तेज हंसी पर तंज कसा था। उन्होंने राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू से कहा था कि सभापति जी मेरी आपसे विनती है रेणुकाजी को कुछ मत कहिए। उन्होंने कहा कि रामायण सीरियल के बाद ऐसी हंसी सुनने का सौभाग्य आज जाकर मिला है।
प्रधानमंत्री की टिप्पणी का जवाब देते हुए चौधरी ने कहा, “उन्होंने एक बार सार्वजनिक तौर पर आधार कार्ड के खिलाफ लंबा भाषण दिया था। अब वह कह रहे हैं कि आधार की कल्पना तब की गई, जब आडवाणी जी सरकार में थे। इस चौंकाने वाले उनके दावे से मुझे हंसी आई। उन्होंने मुझ पर व्यक्तिगत टिप्पणी की। किसी महिला की प्रतिष्ठा को कलंकित करना पाप है। अब यह साफ है कि भारतीय जनता पार्टी महिला विरोधी है। भला एक प्रधानमंत्री ऐसे कैसे बोल सकता है? इससे उनकी संस्कृति पता चलती है।”
भाजपा और नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार को महिला विरोधी सरकार बताते हुए उन्होंने कहा कि अगर उन्होंने संसद के बाहर ऐसा बोला होता तो उन खिलाफ केस दर्ज हो सकता था।