प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पहले लोग सवाल करते थे कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने ताकतवर लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की, जबकि अब ताकतवर और भ्रष्ट लोग पूछ रहे हैं कि एजेंसियां उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों कर रही हैं।
विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा सरकार पर उन्हें निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करने के आरोपों के बीच ‘न्यूज18’ समूह के सम्मेलन में प्रधानमंत्री ने यह टिप्पणी की। प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियों के नेताओं के पास से बड़े पैमाने पर नकदी की बरामदगी का हवाला देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी सरकार की कड़ी कार्रवाई ने उन्हें गाली देने के लिए उकसाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करना उनकी प्रतिबद्धता है। उन्होंने ‘‘फिर एक बार, मोदी सरकार’’ के नारे का जिक्र करते हुए कहा कि ‘‘देश ने अपना मन बना लिया है।’’ विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जहां उनकी सरकार अगले 25 वर्षों के लिए ‘रोडमैप’ तैयार करने और अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों की योजना बनाने में व्यस्त है, वहीं विपक्ष उन्हें गालियां देने में व्यस्त है।
उन्होंने विपक्षी नेताओं की उन टिप्पणियों का हवाला दिया, जिसमें उन्हें धमकी दी गई और उनकी तुलना मुगल सम्राट औरंगजेब से की गई। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सब तब हो रहा है जब चुनाव हो रहे हैं। मोदी ने कहा कि प्रत्येक भारतीय को 97 करोड़ मतदाताओं से जुड़े लोकतंत्र के इस बड़े उत्सव पर गर्व होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में कई कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को 34 लाख करोड़ रुपये से अधिक अंतरित किए गए हैं। प्रधानमंत्री ने 2004-14 के दौरान कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का परोक्ष तौर पर जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार के तहत अधिकांश राशि भ्रष्टाचारियों की जेब में चली जाती थी।
मोदी ने कहा कि अगले पांच साल ‘‘अभूतपूर्व परिवर्तन, विकास और विस्तार’’ के होंगे और यह उनकी गारंटी है। उन्होंने कहा कि भारत के पास किसी भी देश से पीछे रहने का कोई कारण नहीं है और लोगों को ‘‘राष्ट्र पहले’’ दृष्टिकोण के साथ काम करना होगा। उन्होंने भारत के निर्यात, विदेशी मुद्रा भंडार और अन्य विकास संकेतकों में भारी वृद्धि का भी हवाला दिया।