हिमाचल प्रदेश में एक साथ होने वाले लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने रविवार को विश्वास जताया कि राज्य के लोग उनकी पार्टी को समर्थन देंगे और सत्य की जीत होगी। प्रियंका ने कहा कि एक तरफ सत्ता के लिए धनबल और एजेंसियों के माध्यम से लोकतंत्र को खत्म करने वाली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति है, जबकि दूसरी ओर सत्य, साहस और धैर्य से जनता के लिए अथक परिश्रम करने का कांग्रेस का संकल्प है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं से मिली। उनकी एकजुटता, मेहनत एवं मजबूती से चुनाव लड़ने के जज्बे और जनता के प्रति उनके समर्पण पर मुझे गर्व है।’’ प्रियंका ने कहा, ‘‘एक तरफ भाजपा का भय, लालच और झूठ का साम्राज्य है। धनबल और एजेंसियों के माध्यम से सत्ता के लिए लोकतंत्र को खत्म करने वाली राजनीति है। दूसरी तरफ, कांग्रेस के पास सत्य, साहस और धैर्य से जनता के लिए अथक परिश्रम करने का संकल्प है।’’
कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘मुझे पूरा विश्वास है कि जनता हमारा साथ देगी और जीत सत्य की ही होगी।' हिमाचल प्रदेश में एक जून को लोकसभा चुनाव के साथ छह विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होंगे। बागी कांग्रेस विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने के बाद हिमाचल प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव कराने जरूरी हो गए हैं।
हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा सीट हमीरपुर, मंडी, शिमला और कांगड़ा हैं। भाजपा ने 2019 में सभी चार सीट पर जीत हासिल की थी। बाद में, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने तत्कालीन सांसद राम स्वरूप शर्मा के निधन के बाद 2021 में हुए उपचुनाव में मंडी सीट भाजपा से छीन ली थी।
कांग्रेस सूत्रों ने पहले कहा था कि प्रियंका गांधी ने फरवरी में हिमाचल प्रदेश में ‘‘जनादेश की रक्षा करने में महत्वपूर्ण’’ भूमिका निभाई थी और वह ‘‘भाजपा के ऑपरेशन लोटस’’ को विफल करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में लगातार रहीं। प्रियंका गांधी 2022 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रचार अभियान का चेहरा थीं।