पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी को सांप्रदायिक सद्भाव और शांति को बढ़ावा देने में अहम योगदान के लिए सोमवार को राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पुरस्कार परामर्श समिति के अध्यक्ष कर्ण सिंह तथा सदस्य सचिव मोतीलाल वोरा ने यहां एक समारोह में गोपाल कृष्ण गांधी को सम्मान स्वरुप एक शाल, एक प्रशस्ति पट्टिका और 10 लाख रुपये का चेक प्रदान किया।
इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने लोगों से आग्रह किया कि वे असहिष्णुता, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और समाज में घृणा फैलाने वाले लोगों के खिलाफ आगे आएं। उन्होंने कहा कि समाज में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव स्थापित किया जाना बहुत ही जरूरी है। मनमोहन सिंह ने कहा कि राजीव गांधी ने शांति, राष्ट्रीय एकता और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने में उत्कृष्ट योगदान दिया था। आज उनकी जयंती के मौके पर हमें उनके आदर्शों को अपना कर सच्ची श्रद्धांजलि देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने धर्मनिरपेक्षता, सहिष्णुता, सांप्रदायिक सद्भावना को मजबूत करने के लिए काम किया।
इस मौके पर सोनिया गांधी ने देश के वर्तमान हालात पर चिंता जताते हुए कहा कि विभाजनकारी, नफरत और कट्टरता फैलाने वाली ताकतों को परास्त करने के लिए सामूहिक रूप से लड़ाई जरूरी है।
राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना समाज में सद्भाव और भाईचारे को प्रोत्साहन देने के लिए यह पुरस्कार प्रति वर्ष किसी व्यक्ति या संस्था को प्रदान किया जाता है। अभी तक यह पुरस्कार मदर टेरेसा, प्रसिद्ध शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान, बंगलादेश के सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद यूनुस, पार्श्व गायिका लता मंगेशकर, अभिनेता सुनील दत्त तथा दिलीप कुमार, पूर्व राष्ट्रपति के आर नारायणन, गांधीवादी निर्मला देशपांडे, मौलाना वहाबुद्दीन खान, फिल्म निर्माता मुजफ्फर अली और स्पिक मैके को प्रदान किया जा चुका है. इस अवसर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता,सांसद, विधायक और कार्यकर्ता मौजूद थे।