लोकसभा चुनाव में हार के बाद से कांग्रेस गंभीर संकट से जूझ रही है। इसी क्रम में उसे एक और झटका लगा है। तेलंगाना में 18 में से 12 कांग्रेस विधायक सत्तारूढ़ पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल होने जा रहे हैं। इन 12 विधायकों ने विधानसभा के स्पीकर पोचराम श्रीनिवास रेड्डी से मिलकर इसकी अर्जी दी है। कांग्रेस के दो तिहाई विधायकों के पाला बदलने के चलते उनकी सदस्यता नहीं जाएगी क्योंकि दो तिहाई सदस्यों के पाला बदल करने की स्थिति में दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं होता है।
कांग्रेस को मिली थीं 18 सीटें
तेलंगाना विधानसभा चुनाव में टीआरएस ने 119 में से 88 सीटें जीतकर अपनी बहुमत से सरकार बनाई है। वहीं सूबे में कांग्रेस ने महज 18 सीटों पर ही जीत दर्ज की है। उधर, चुनाव के बाद से ही सूबे में कांग्रेस की स्थिति खराब दिख रही है। कांग्रेस के कई विधायक अब भी राज्य में पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं और जल्द ही कई विधायकों के टीआरएस में शामिल होने की संभावना है।
रोहित रेड्डी दोबारा होंगे टीआरएस में शामिल
18 में से 12 विधायकों ने अब स्पीकर को भी लिखकर टीआरएस में विलय की मांग कर दी है। इनमें टीआरएस से ही निकलकर कांग्रेस में शामिल हुए विधायक रोहित रेड्डी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि रोहित रेड्डी जल्द ही पार्टी से इस्तीफा देकर टीआरएस में शामिल हो सकते हैं। टीआरएस से सस्पेंड होने के बाद रेड्डी कांग्रेस में पहुंचे थे।