उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव को देखते हुए गठबंधनों का सिलसिला शुरू हो गया है। सपा और बसपा गठबंधन के बाद आज एक और गठबंधन की घोषणा की गई है। प्रदेश में आम आदमी पार्टी (आप) और अपना दल मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि दोनों दल कितने सीटों पर लड़ेंगे और कौन किस सीट पर चुनाव लड़ेगा।
अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने हाल ही में लखनऊ में प्रेस वार्ता कर घोषणा की थी कि उनकी पार्टी की कई दलों से गठबंधन को लेकर बातचीत चल रही है और इस बारे में जल्द घोषणा की जाएगी। पार्टी की पूर्वांचल के मिर्जापुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, फतेहपुर, राबर्ट्सगंज, सुल्तानपुर, गोंडा, सीतापुर, लखीमपुर खीरी जिलों में कुर्मी वोटों पर अच्छी पकड़ है। सोनेलाल पटेल का अपना दल प्रदेश में कभी बड़ा राजनीति का केंद्र नहीं बन सका। पहली बार अपना दल के दो सांसद (केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल, सोने लाल की बेटी और कुंवर हरिबंश सिंह) संसद भवन में पहुंचे, लेकिन कुंवर हरिबंश सिंह अनुप्रिया पटेल की मां के साथ हैं और अनुप्रिया पटेल ने अपना दल सेक्यूलर के नाम से नई पार्टी का गठन कर लिया है।
आम आदमी पार्टी ने पिछले लोकसभा चुनाव में सभी 80 सीटों पर जोर आजमाइश की थी, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली थी और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल को बनारस में करारी हार का सामना करना पड़ा था। आप के राज्य सभा सांसद संजय सिंह प्रदेश में पार्टी को लेकर अनेक गतिविधियां करते रहते हैं। फिलहाल वह अयोध्या से काशी के लिए 'भाजपा भगाओ, भगवान बचाओ यात्रा' लेकर अयोध्या पहुंचे हैं।
अपना दल की प्रदेश अध्यक्ष पल्लवी पटेल का कहना है कि फरवरी के दूसरे सप्ताह तक सीटों को लेकर स्थिति साफ हो जाएगी। फिलहाल, अपना दल और आप मिलकर लोकसभा चुनाव प्रदेश में लड़ेंगे।