आम आदमी पार्टी (आप) ने महाराष्ट्र में आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में फिलहाल कोई फैसला नहीं किया है। आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रीति शर्मा मेनन ने कहा कि पार्टी चार राज्यों दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और गोवा में लोकसभा चुनाव लड़ेगी। फिलहाल हम लोग महाराष्ट्र में किसी सीट पर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। अगर हमें लगा कि इससे भाजपा को हराने में मदद मिलेगी तो पार्टी कुछ सीटों पर विचार कर सकती है।
प्रवक्ता मेनन ने कहा कि पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से लोकतंत्र को बचाना चाहती है। इसलिए जिन सीटों पर हमें लगा कि उन्हें हराया जा सकता है, वहां हम अपनी पूरी ताकत झोंक देंगे।
'आप के नेतृत्व पर सवाल'
वहीं, आप के पूर्व नेता मयंक गांधी ने कहा कि यह फैसला दिखाता है कि पार्टी महाराष्ट्र में मृतप्राय है। लोकसभा सीटों के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र का स्थान दूसरा है। महाराष्ट्र में 48 और उत्तर प्रदेश में 80 सीटें हैं।
उन्होंने दावा किया कि कार्यकर्ताओं के कहने पर सबसे खराब नेतृत्व को प्रोत्साहित किया गया जिसने आप के मूल चरित्र और आत्मा को नष्ट कर दिया है। पार्टी में अब सिर्फ खुदगर्ज लोग बचे रह गये हैं। मयंक गांधी ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी महाराष्ट्र में चुनाव लड़ती है तो उसे कुछ हजार मत भी नहीं मिल सकता है। वह उपहास के पात्र बन जायेगे।
'पार्टी के लिए समझदारी भरा फैसला'
असंतुष्ट आप नेता रवि श्रीवास्तव ने कहा कि महाराष्ट्र में पार्टी की स्थिति थोड़ी कमजोर है। इसलिए राज्य में लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना पार्टी के लिये एक समझदारी भरा फैसला है। उन्होंने कहा कि हिंदी पट्टी के राज्यों में हालिया विधानसभा चुनावों में आप की हालत बेहद खराब रही है। उसे नोटा के पक्ष में पड़े मतों से भी कम मत मिले हैं। पार्टी दिल्ली से बाहर अपने पांव जमाने में बुरी तरह से नाकाम रही है। इसके सांसद और विधायक भी पार्टी छोड़ रहे हैं। इसलिए यह एक अच्छा फैसला है।