पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में आयोजित लोक संवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से नीतीश ने कहा कि जदयू ने नोटबंदी के अवसर पर भाजपा द्वारा बिहार में अपना कार्यालय खोलने के लिए बडे पैमाने पर जमीन खरीदे जाने का मामला उठाया हैै। भाजपा को जवाब देना चाहिए कि इसके लिए उसे इतनी राशि कहां से प्राप्त हुई। जदयू ने मामले पर सीबीआई से जांच कराए जाने की मांग की है।
बिहार के नक्सल प्रभावित इलाके में जनधन योजना वाले लोगों के खातों में बडे पैमाने पर राशि जमा किए जाने की खबरों पर उन्होंने कहा कि यह मामला केंद्र सरकार से संबंधित है पर अगर राज्य से इस मामले में किसी प्रकार का सहयोग मांगा जाएगा तो अवश्य दिया जाएगा।
नीतीश कुमार ने कहा कि दुनिया कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर बढ रही है। पूरे तौर पर भारत में कैशलेस अर्थव्यवस्था नहीं चल सकी है। उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत कैशलेस अर्थव्यवस्था एक कल्पना एवं विचार हो सकता है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी केन्द्र सरकार की योजना है। केन्द्र सरकार को इसके विभिन्न पहलुओं को देखना चाहिये। उन्होंने कहा कि अकेले नोटबंदी से बहुत कुछ हासिल होने वाला नहीं है। केन्द्र सरकार को बेनामी संपति पर प्रहार करना चाहिये।
नोटबंदी के बाद कठिनाईयों की ओर इशारा करते हुए कुमार ने कहा कि आप देखिये आज गरीब आदमी लाइन में खडा है, फिर भी नाराज नहीं है क्योंकि उसे लग रहा है कि भ्रष्टाचारियों के अवैध धन पर कार्रवाई हो रही है। कार्रवाई नहीं होने पर केन्द्र सरकार को जवाब देना होगा, इसलिये उन्हें बेनामी संपति पर भी प्रहार करना चाहिये।