आय से अधिक संपत्ति के मामले में अन्नद्रमुक सुप्रीमो जयललिता को पिछले साल कर्नाटक की एक निचली अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इस फैसले आहत 244 अम्मा समर्थकों ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन 11 मई को जब कर्नाटक उच्च न्यायालय ने अम्मा को इस मामले से बरी कर दिया तो समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई और अब अम्मा ने खुदकुशी करने वाले उन समर्थकों के परिजनों पर लगभग सात करोड़ रुपये लुटाने का फैसला किया है।
अन्नाद्रमुक की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘आत्महत्या करने वाले उन 244 लोगों के परिजनों के बीच अब तक 7.32 करोड़ रुपये बांटे जा चुके हैं जबकि चार लोगों के चिकित्सा खर्च के लिए दो लाख रुपये आवंटित किए गए हैं।’ पार्टी प्रमुख जयललिता ने प्रत्येक मरने वाले के परिवार को तीन-तीन लाख रुपये देने की घोषणा की है और साथ ही अपने समर्थकों से अपील की है कि उन्हें सजा सुनाए जाने की खबर से भावुक होकर कोई अतिवादी कदम न उठाएं।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल सितंबर में बेंगलुरू की एक अदालत ने 66.66 करोड़ रुपये की बेहिसाबी संपत्ति के मामले में जयललिता को सजा सुनाई थी जिसके बाद ही उनके समर्थकों के खुदकुशी करने का सिलसिला तेज हो गया था।