बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पटना जिला प्रशासन ने 47 खुले मैदानों और 19 सभागारों की पहचान की है, जहाँ राजनीतिक दल अपनी जनसभाएं कर सकते हैं। पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि जिला प्रशासन ने जिले में अब तक 47 मैदान और 19 हॉल चिह्नित किए हैं जहां चुनाव प्रचार के लिए सभाएँ या रैलियाँ आयोजित की जा सकती हैं।
हालाँकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 14 अक्टूबर तक आयोजित की जा सकने वाली ऐसी रैलियों में प्रतिभागियों की संख्या 100 से अधिक नहीं हो सकती। रवि ने यह भी कहा कि राजनीतिक दलों द्वारा अन्य स्थानों को भी समायोजित किए जाने से संबंधित सुझाव जिला प्रशासन को दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के नवीनतम दिशानिर्देशों के अनुसार 15 अक्टूबर से सभागारों में 200 प्रतिभागी तक की छूट दी जा सकती है जबकि कोविड-19 के प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किए जाने के साथ खुले मैदान में भाग लेने वालों की कोई सीमा नहीं होगी।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरणों में 28 अक्टूबर (71 सीटें), 3 नवंबर (94 सीटें) और 7 नवंबर (78 सीटें) को मतदान होना है। वोटों की गिनती 10 नवंबर को होगी।
पहले चरण के लिए नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 12 अक्टूबर है जिसके बाद चुनाव प्रचार शुरू होगा।
पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में सार्वजनिक सभाओं के लिए अनुमति के सवाल पर रवि ने इनकार करते हुए कहा कि इस मैदान का इस्तेमाल चुनावी कार्य में इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों को रखने में किया जाएगा।