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बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर तनातनी

बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में दरार की आशंकाएं अभी से होने लगी है। भाजपानीत राजग गठबंधन में शामिल रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा, उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी लोसपा और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हम में अभी से दरार नजर आने लगा है।
बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर तनातनी


राज्य में अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है लेकिन भाजपा के सहयोगी दल अभी से ही गुणा भाग करने में लगे हैं और कई सीटों पर अपने-अपने दावे कर रहे हैं। जिन सीटों पर लोजपा के दावे हैं उन्हीं सीटों पर जीतनराम मांझी के दल के उम्मीदवार भी दावे कर रहे हैं इससे सीटों के बंटवारे से पूर्व ही तनातनी शुरु हो गई हैं।

 

लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के मुताबिक जदयू के बागी विधायक और पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के दो पुत्रों अजय प्रताप और सुमित कुमार सिंह, जदयू से निष्कासित विधायक राजू सिंह साहेबगंज और अजित कुमार कांटी के अलावा टेकारी से जदयू विधायक अनिल कुमार का विरोध करेंगे। क्योंकि यह लोग हम के टिकट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे हैं। पारस ने कहा कि उनकी पार्टी ने इस बारे में लोजपा के निर्णय से भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को अवगत करा दिया है।


पारस ने कहा कि जदयू के पूर्व और वर्तमान इन पांच विधायकों जिनमें से कुछ ने पूर्व में लोजपा छोड दिया था, हम इनके खिलाफ अपना उम्मीदवार खडा करेंगे। वर्ष 2005 में लोजपा को तोडकर एक दर्जन से अधिक विधायकों को तोडकर समता पार्टी में शामिल होने वाले नरेंद्र सिंह के बारे में पूछे पर लोजपा सुप्रीमो से इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इसको लेकर पारस ने जो कुछ कहा है उसमें उनके लिए कहने की गुंजाइश नहीं है।

 

लोजपा ने अगामी सितंबर-अक्तूबर में संभावित बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू नीत धर्मनिरपेक्ष गठबंधन को पराजित करने और राजग नीत गठबंधन की जीत की संभावना को बढाने के उद्देश्य से पूर्व में  मांझी  के मोर्चे हम  के राजग में शामिल होने की प्रशंसा की थी।

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