केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने कहा है कि यदि भाजपा महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने साथी दलों के साथ आपसी समझ के आधार पर काम नहीं करती है तो उसे दूसरे ग्रह के सहयोगी लाने पड़ सकते हैं। शिवसेना की यह टिप्पणी आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगुदेशम के नेता एन चंद्राबाबू के उस बयान के बाद आई है जिसमें उन्होंने भाजपा से अलग होने के संकेत दिए हैं।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में आज प्रकाशित संपादकीय में कहा है कि भाजपा अपने सहयोगी दलों के प्रति ईमानदार नहीं है। इसमें कहा गया है कि भाजपा को गठबंधन के लिए भारत में कोई पार्टी नहीं मिलेगी और उसे इसके लिए दूसरे ग्रह से किसी को लाना होगा।
संपादकीय में कहा गया है कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में पार्टी की सही तस्वीर सामने आ जाएगी और तथाकथित मोदी लहर के असर का पता भी चल जाएगा। शिवसेना ने कहा कि हमने महाराष्ट्र में उन्हें काफी सम्मान दिया पर वे हमारे प्रति ईमानदार नहीं रहे। यहां तक कि शिरोमणि अकाली दल भी गठबंधन में असहज है। ऐसे में जब कोई इस मुद्दे पर बोलने के लिए तैयार नहीं है तो शिवसेना ने भाजपा के व्यवहार के खिलाफ आवाज उठाई।