अंबेडकर जयंती आज देश भर में धूमधाम से मनाई जा रही है। इस मौके पर राजनैतिक दलों के बीच बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जरिए दलितों को लुभाने की होड़-सी मची है। इस मौके पर बसपा प्रमुख मायावती ने नई दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस कर केंद्र और यूपी में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाने साधे। उन्होंने कहा, “मैं मोदी जी और उनकी सरकार से यह कहना चाहती हूं कि बाबा साहब के जीवन से जुड़ी चीजों और उनके नाम पर स्कीमों का उद्घाटन करने से दलितों का विकास नहीं होने वाला है। मोदी सरकार दलितों के नाम पर नाटक कर रही है। जबकि वीपी सिंह की सरकार के दौरान वह बाबा साहेब को भारत रत्न दिलवाना चाहती थींं, लेकिन भाजपा ने इसका विरोध किया था।"
मायावती का कहना है कि आज भाजपा दलितों के नाम पर नाटक कर रही है। जबकि भाजपा सरकार ने ही एससी-एसटी एक्ट को कमजोर कराने का काम किया है। उसे दलितों और आदिवासियों की कोई चिंता नहीं है। एससी-एसटी एक्ट को कमजोर करने वाली मोदी सरकार को इस एक्ट पर अध्यादेश लाना चाहिए। कठुआ-उन्नाव रेप पर उन्होंने कहा कि इनके दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। लेकिन इन मामलों में भाजपा के नेताओं की बयानबाजी शर्मनाक है। भाजपा पर मायावती ने रेप कांड के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब से भाजपा की सरकार बनी है यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। वास्तव में भाजपा सरकार को बहन-बेटियों की चिंता नहीं है।
उधर, बसपा से गठजोड़ की तैयारियों की बीच समाजवादी पार्टी भी आज जोरशोर से अंबेडकर जयंती मना रही है। केंद्र और राज्य सरकारें भी आज धूमधाम से अंबेडकर जयंती मना रही हैं।