आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने मंगलवार को कहा कि वह दिल्ली में सत्ता की इच्छा नहीं रखते हैं। मेरा एकमात्र लक्ष्य अपना राज्य और यहां का हित है।
विजयवाड़ा में पार्टी के वार्षिक सम्मेलन महानाडु के दौरान उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस सरकार ने उनके राज्य के हितों की अनदेखी की है। नायडू ने कहा कि एक बात तय है कि 2019 में भाजपा सत्ता में नहीं आने वाली है। लोग इसकी नीतियों से तंग आ गए हैं।
तेलुगु देशम प्रमुख ने कहा कि भाजपा के प्रति आंध्र प्रदेश के लोगों में काफी नाराजगी है। इसकी वजह से इस पार्टी को राज्य में एक सीट भी नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि भाजपा को चुनौती देने के लिए एक समान विचारधारा वाली पार्टियां एकजुट हों। पिछले सप्ताह कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के दौरान विपक्षी नेताओं का जुटना अच्छा संकेत है।
इससे पहले पार्टी के राजनीतिक प्रस्ताव में मोदी सरकार की आलोचना करते हुए राज्यों के प्रति इसके रवैये को तानाशाही वाला बताया गया। प्रस्ताव में कहा गया कि केद्र सरकार राज्यों की वित्तीय स्थिति को कमजोर कर रही है। इसकी वजह से राज्य सरकारों का मोदी सरकार से विश्वास खत्म हो रहा है। राज्य यह महसूस करने लगे हैं संघवाद की अवधारणा केवल कागजों पर है। प्रस्ताव में कर्नाटक में कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में क्षेत्रीय पार्टियों की मौजूदगी को इनकी एकता प्रतीक बताया गया।