तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र प्रदेश के पूर्व स्पीकर और टीडीपी के वरिष्ठ नेता कोडेला शिव प्रसाद राव के आत्महत्या के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। कोडेला शिव प्रसाद राव सोमवार को फंदे पर लटके हुए मिले जिसके तुरंत बाद उनकी मौत हो गई।
तमाम प्रयासों के बावजूद राव को नहीं बचाया जा सका
पश्चिमी जोन पुलिस उपायुक्त एआर श्रीनिवास ने राव की बेटी के हवाले से बताया कि उन्होंने अपने पिता को कमरे में पंखे पर लगे फंदे से लटका हुआ देखा था। उन्हें ड्राइवर और गनमैन की मदद से नीचे उतारा गया। इसके बाद 72 साल के शिव प्रसाद राव को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
चंद्रबाबू नायडू ने राज्य सरकार पर लगाया आरोप
इस घटना के बाद मंगलवार को टीडीपी प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि उसने राव को झूठे मामलों में फंसाकर उन्हें और उनके परिवार को मानसिक रुप से प्रताड़ित किया है। वहीं, सत्तारुढ़ वाईएसआर कांग्रेस का कहना है कि राव की मृत्यु से उसका कोई लेना देना नहीं है और टीडीपी के आरोप गलत हैं और सरकार किसीको निशाना नहीं बना रही है।
छह बार रहे सांसद
कोडेला छह बार के सांसद रह चुके हैं और विभाजन के बाद आंध्र प्रदेश विधानसभा के पहले स्पीकर नियुक्त हुए। कोडेला 1985 में पूर्व मुख्यमंत्री एनटीआर की कैबिनेट में गृह मंत्री भी रह चुके हैं। इसके बाद चंद्रबाबू नायडू की कैबिनेट में भी उन्हें अलग-अलग मंत्रालय सौंपा गया था।
भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज
आंध्र में जगनमोहन रेड्डी की सरकार बनने के बाद कोडेला के बेटे और बेटी के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज हो चुके हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोडेला पर विधानसभा स्पीकर रहते हुए असेंबली की टेबल-कुर्सियां बेटे के शोरूम पहुंचाने के आरोप लग चुके हैं।