बसपा प्रमुख मायावती ने शनिवार को कांग्रेस और भाजपा पर ''विभिन्न आकर्षक वादे करके चुनावी माहौल को प्रभावित करने'' का आरोप लगाया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अभी बने, समय पर लागू नहीं हुए?”
मायावती ने एक अन्य पोस्ट में कहा देश की जनता महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से त्रस्त है, लेकिन कांग्रेस और भाजपा दोनों जाति जनगणना, ओबीसी और महिला आरक्षण को चुनाव में भुनाने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे अपनी विफलताओं पर पर्दा डाल सकें। जनता अब उनके बहकावे में नहीं आएगी।''
"कांग्रेस का नया नारा 'जिसकी जितनी आबादी, उसकी उतनी हिसदारी' एक चुनावी स्टंट है। क्या आजादी के बाद से कांग्रेस ने कभी इसे अपनी पार्टी और सरकार में लागू किया है? नहीं, तो हम उन पर कैसे भरोसा कर सकते हैं? दूसरी ओर, बसपा ने पार्टी और अपनी सरकार में इसे लागू करके इस सामाजिक न्याय का प्रदर्शन किया है।"
हालांकि, बसपा प्रमुख ने अपनी पोस्ट में यह नहीं बताया कि उनका इशारा किन राज्यों के विधानसभा चुनावों की ओर है। इस साल के अंत में राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    