महाराष्ट्र में सरकार के गठन और गठबंधन की संभावनाओं को लेकर मुंबई से दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। इस बीच गुरुवार सुबह एक बार फिर शिवसेना के संजय राउत ने कहा कि सरकार के गठन की तारीख करीब आ गई है। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि राज्य में मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा। उन्होंने कहा कि जनता यही चाहती है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ही राज्य के मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने दावा किया कि 1 दिसंबर से पहले सरकार गठन को लेकर सभी बाधाएं खत्म कर दी जाएंगी।
राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ बातचीत अंतिम दौर पर है। दिल्ली में बैठकें चल रही हैं। अब मुंबई में तीनों पार्टियों के बीच बैठक होंगी। इस मौके पर राउत ने सरकार गठन में हुई देरी के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने करीब 10 दिन बरबाद कर दिए। फिर हमसे पूछा गया और फिर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेताओं की मैराथन बैठक और सोनिया गांधी की हरी झंडी मिलने के बाद दोनों पार्टियों ने बुधवार को ऐलान किया कि वे जल्द ही राज्य में शिवसेना के साथ मिलकर नयी सरकर का गठन करेंगे।
'1 दिसंबर से पहले सरकार, हमारी पार्टी का ही होगा सीएम'
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने फिर दोहराया कि अगले कुछ दिनों में सरकार की तस्वीर पूरी तरह से साफ होगी, मुख्यमंत्री हमारी ही पार्टी का होगा, कॉमन मिनिमम प्रोग्राम को लेकर हुई मीटिंग काफी अच्छी रही और इसलिए हम आने वाले दिनों में एक मजबूत सरकार के साथ आगे बढ़ेंगे, मालूम हो कि आज महाराष्ट्र की स्थिति पर चर्चा के लिए कांग्रेस वर्किंग कमिटी की भी बैठक है।
संजय राउत ने किया था तंज भरा ट्वीट
बीजेपी का साथ छोड़कर सरकार बनाने का सपना देख रही शिवसेना ने लगातार भाजपा पर निशाना साध रही है तो वहीं, शिवसेना के नेता संजय राउत का लगातार तंज भरा ट्वीट करना जारी है। आज सुबह की शुरुआत भी उन्होंने ट्ववीट से ही की है, उन्होंने बीजेपी पर वार करते हुए लिखा है- ‘हम बुरे ही ठीक हैं, जब अच्छे थे तब कौन-सा मेडल मिल गया था’।
सभी बाधाएं खत्म हो गई हैं- संजय राउत
बुधवार को मीडिया से मुखातिब हुए संजय राउत ने कहा था कि सभी बाधाएं खत्म हो गई हैं और गुरुवार तक स्थिति साफ हो जाएगी, हम दिसंबर में सरकार बनाएंगे। बताते चलें कि सरकार गठन के लिए कांग्रेस-एनसीपी में लगातार बैठकों का दौर जारी है, आज भी कांग्रेस और एनसीपी पार्टी की अलग-अलग बैठक होनी है, जिसमें आगे की रणनीति तय होगी।
पिछले महीने 24 अक्टूबर को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद यह पहली बार है कि कांग्रेस और राकांपा ने खुलकर यह घोषणा की है कि वे महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं।