दिल्ली परिवहन मंत्री गोपाल राय ने आज इस्तीफा दे दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल ने उनका इस्ताफा मंजूर कर लिया है और उनकी जगह सत्येंद्र जैन को यह पदभार सौंपा है। गोपाल राय पर भाजपा ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, जिसकी जांच एसीबी कर रही है। गोपाल राय ने खराब स्वास्थ्य और लंबे चल रहे इलाज की वजह से इस्तीफा दिया है।
गोपाल राय का हाल ही में एक बड़ा ऑपरेशन हुआ था, जिसमें उनके गले में 17 साल से फंसी गोली को निकाला गया था। गोपाल राय अन्ना आंदोलन के समय से ही अरविंद के संपर्क में आए थे। गोपाल राय पर राजधानी में एक अत्याधुनिक एप आधारित बस सेवा शुरू करने के मामले में आरोप लगा है। इस बस सेवा को ऑड-इवन के अगले चरण में शुरू होना था। भाजपा नेता विजेंद्र गुप्ता ने इसमामले में भष्टाचार का आरोप लगाते हुए एसीबी से इसकी जांच की मांग की था। गोपाल राय का कहना है कि वह इस मामले में पूरी तरह से पाक-साफ हैं और अगर जरूरत पड़ी तो जेल भी जाने को तैयार हैं। अभी चूंकि उनका इलाज चल रहा है और सेहत नाजुक है इसलिए जांच और पूछताछ के साथ मंत्रालय का काम संभालना उनके लिए मुश्किल है।
गोपाल राय के इस्तीफे से भाजपा बहुत प्रसन्न है। उसे लग रहा है कि भष्ट्राचार के मामले पर घेर कर उसने पहला विकेट लिया है।