पार्टी के लखनऊ स्थित सूत्रों का कहना है कि पार्टी प्रदेश के लगभग 45 जिलों के गांवों में अपने प्रत्याशी खड़ा करेगी। यह जिले इसी आधार पर चुने जाएंगे जहां पार्टी की तैयारी बेहतर होगी। सितंबर के अंत तक पार्टी तमाम जगहों पर अपने प्रत्याशी तय कर लेगी। पार्टी की कार्यकारी समिती के सदस्य और अमेठी में पार्टी का कामकाज देख रहे सलमान नदवी का कहना है कि हम पूरी तैयारी से चुनाव लड़ रहे हैं, इसीलिए प्रत्याशी खड़े करने के लिए चुनिंदा जिलों का चुनाव किया गया है। इसके बाद विधानसभा चुनावों की तैयारी है। पार्टी उत्तर प्रदेश में अपने जनाधार के तौर पर मुसलमानों और दलितों को देख रही है। गौरतलब है कि कुछ समय पहले पार्टी अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि पार्टी उत्तर प्रदेश में दलित और मुसलमानों के संदर्भ में स्थानीय पार्टी से समझौते पर विचार भी कर सकती है। सलमान नदवी के अनुसार पार्टी स्थानीय तौर पर गांव, ब्लॉक और जिला स्तर पर तेजी से संगठन स्तर पर काम कर रही है।
गौरतलब है कि औवैसी के उत्तर प्रदेश में दखल से कईयों के माथे चिंता की लकीरें हैं। अभी तक प्रदेश में मुसलमान वोट समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का माना जाता था। लेकिन औवैसी के आ जाने से पुराने समीकरण निश्चित तौर पर बदलेंगे। एआइएमआइएम का कर्नाटक और महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनावों में बेहतर प्रदर्शन पहले ही देखा जा चुका है।