भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता और केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पश्चिम बंगाल चुनाव से ठीक पहले सिन्हा टीएमसी में शामिल हुए हैं। शामिल होने के बाद उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश अभूतपूर्व संकट से जूझ रहा है। उन्होंने कहा, "देश आज अभूतपूर्व स्थिति का सामना कर रहा है। लोकतंत्र की ताकत लोकतंत्र की संस्थाओं की ताकत में निहित होती है। न्यायपालिका सहित ये सभी संस्थान अब कमजोर हो गए हैं।"
मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा, "अटल जी के समय में भाजपा सर्वसम्मति में विश्वास करती थी लेकिन आज की सरकार कुचलने और जीतने में विश्वास करती है। शिरोमणि अकाली दल, बीजेडी ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। आज बीजेपी के साथ कौन खड़ा है ?"
टीएमसी में शामिल होने को लेकर सिन्हा ने कहा है कि नंदीग्राम में बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए हमले के बाद उन्होंने ये तय कि वो टीएमसी में शामिल होकर ममता का समर्थन करेंगे। शिवरात्रि से एक दिन पहले दस मार्च को ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि चार-पांच लोगों ने नंदीग्राम में उनपर हमला किया। कुछ लोगों को द्वारा किए गए धक्कामुक्की में उनकी पैर में गंभीर चोट आए, जिसके बाद उन्होंने कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। ममता बनर्जी को व्हील चेयर का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। उनके पैर में प्लास्टर किए गए हैं।
हालांकि, चुनाव आयोग के पास जो बंगाल सरकार की तरफ से शिकायत दर्ज की गई है उसमें चार-पांच लोगों का जिक्र नहीं किया गया है। घटना के बाद से ही विपक्ष मोदी सरकार और भाजपा पर हमलावर है। वहीं, कांग्रेस और बीजेपी दोनों के सुर एक हैं। दोनों ने घटना के बाद इसे ममता का षडयंत्र बताया था। जबकि कई दलों ने ममता पर हुए कथित हमले की निंदा की है।
यशवंत सिन्हा ने टीएमसी ज्वाइन करने के बाद ममता बनर्जी की अगुवाई में एक बार फिर से पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार बनने का दावा किया है। उन्होंने कहा, "इसमें कोई शक नहीं है कि तृणमूल कांग्रेस बहुत बड़े बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगी। बंगाल से पूरे देश में एक संदेश जाना चाहिए कि जो कुछ मोदी और शाह दिल्ली से चला रहे हैं, अब देश उसको बर्दाश्त नहीं करेगा।"